कंप्यूटर वायरस क्या है और इसके क्या लक्षण हैं ?
कंप्यूटर वायरस क्या है ? |
कंप्यूटर वायरस क्या है ?
Computer Virus एक छोटा software प्रोग्राम है जिसे आपके computer के operation को और computer के data को delete करने या फिर हानी पहुचने के लिये बनाया गया है.
Computer virus हमारे जानकारी के बिना ही System को इस तरह ख़राब कर सकते हैं जिसे ठीक कर पाना हमारे बस की बात नहीं होती. computer बहुत सारे software programs से ही चलता है बिना किसी program के computer काम नहीं कर सकता है.
Software programs computer को सही तरह से काम करने के लिए बनाये जाते हैं और कुछ program computer के काम को बिगाड़ने के लिए भी बनाये जाते हैं.
Computer का अविष्कार इंसान ने किया, computer को चलने के लिए उसके program को इंसान ने ही बनाया और जैसा की मैंने कहा की virus भी एक छोटा program है उसे भी इंसान ही बनाया है. Computer virus natural नहीं है ये अपने आप से नहीं बनते, इसे भी programmers ही जान बुझ कर बनाते हैं ताकि वो दुसरे computers को ख़राब कर सकें.
या हम ये भी भी कह सकते हैं Virus असल में computer programs ही होते हैं जी की productive न होकर destructive होता है. इसका मूल उद्देश्य सहायता पहुँचाने के जगह पर क्ष्यती पहुँचाना होता है.
कंप्यूटर वायरस की History
Computer Virus एक Experimental Program था जिसकी शूरुवात सन 1971 में Robert Thomas जो इंजिनियर थे और BBN Technologies में काम करते वक्त एक प्रोग्राम बनाया जिसका नाम “Creeper Virus” रखा और इससे बनाने का मकशद Arpanet के Mainframes को ख़राब करना था, जब यह वायरस पूरी तरह से सक्रिय हो जाता तो स्क्रीन पर “I’m the Creeper: Catch me if you can.” का मेसेज डिस्प्ले करता है.
सन 1982 में Richard Skrenta ने एक कंप्यूटर वायरस को लिखा उस समय रिचर्ड स्क्रेंता 15 वर्षीय हाई स्कूल के स्टूडेंट थे, जिस कंप्यूटर वायरस को सबसे पहले ट्रैक किया गया था वो Elk Cloner था जिसने Apple II Operating Systems को वायरस से Infect किया था, Richard ने इससे Prank के लिए बनाया था पर वो जानते थे की यह वायरस कितना खतरनाक हो सकता है, Malicious Program को अगर कंप्यूटर में इनस्टॉल कर दिया जाये तो वो पूरी तरह से हावी हो जाता है.
समय-समय बहुत सारे वायरस इतिहास में बनाये गये और उनके नाम बदलते गये Malware के नाम से भी वायरस को जानते है, Malware का पूरा नाम है Malicious Software जो बहुत जल्दी सक्रिय होता है और पूरे सिस्टम को दिमक की तरह नष्ट कर सकता है:
नंबर | वर्ष | वायरस का नाम |
1 | 1949 | सेल्फ – रिप्रोड्युसिंग ऑटोमेटा |
2 | 1959 | कोर वारस |
3 | 1971 | क्रीपर |
4 | 1981 | एलक क्लोनेर |
5 | 1986 | ब्रेन |
6 | 1988 | द मोरिस वोर्म |
7 | 1995 | कांसेप्ट |
8 | 1998 | सी.आई.ऐच वायरस |
9 | 1999 | हैप्पी99 |
10 | 2000 | आई लव यू वायरस |
11 | 2001 | ऐना कौर्निकोवा |
12 | 2002 | एल.एफ.एम-926 |
13 | 2004 | मायडूम |
14 | 2006 | ओ.एक्स.एस/लीप-A |
15 | 2007 | स्टॉर्म वोर्म |
16 | 2010 | केंज़ेरो |
17 | 2014 | बेकऑफ |
18 | 2017 | Ransomware |
इसके अलावा भी बहुत सारे खतरनाक वायरस है पर जिसके बारे में आपको अच्छे से जानकारी दुगा आपको इस पोस्ट में वायरस के बारे में पूरी जानकारी सिखने को मिलेगी,Virus कैसे काम करता है? और इसके नुकसान क्या है.
Virus के नुकसान?
वायरस कंप्यूटर के काम करने गति को धीमा कर देता है जिससे वो धीरे काम करेगा.वायरस कम्प्यूटर आपके सिस्टम की फाइल या प्रोग्राम को पूरी तरह से नष्ट कर सकता है.
वायरस System की Windows के बूट मे करने पर फैलता है और समस्या उत्पन करता है.
वायरस आपके सिस्टम की पॉवर Consume मतलब बिजली की पर प्रभावी हो जाता है.
LAN नेटवर्क से जुड़ा वायरस बहुत जल्दी फैलता है बड़े-बड़े ऑफिस, फर्म, स्कूलों, कालेजों में वायरस तेज़ी से फैलता है.
Computer Virus के Symptoms – लक्षण
आमतौर पर वायरस एक Malicious software है, जिसे हम malware कहते है. यह आपके computer या mobile की personal information चुरा सकते है या आपके system को damage पहुँचा सकते है. कुल मिलाकर यह कंप्यूटर के लिए एक बेहतरीन चीज नही है.
तो यदि आपके कंप्यूटर में वायरस मौजूद हो तो आप कैसे पता करेंगे? जब हमारे कंप्यूटर या मोबाइल में इस तरह की कोई गड़बड़ होती है, तो वह खुद हमे संकेत देते है. नीचे हम आपको ऐसे ही कुछ symptoms अथवा sign बतायेंगे जिससे आप जान सकते है, कि आपके कंप्यूटर में virus है या नही.
Slow internet speed ― यदि आपकी internet speed लगातार कुछ समय से अधिक slow हो गयी है, तो आपको यह जांचना चाहिए कि कही यह computer virus की वजह से तो नही. ऐसी समस्या उन कंप्यूटर उपयोगकर्ता के साथ होती है, जो बिना किसी antivirus program के लगातार इंटरनेट का उपयोग करते है.
Unexpected advertisement ― कई बार हमारे computer पर बीच – बीच में pop-up window खुलने लगती है. जिसमे विज्ञापन दिखाई देते है. यह unexpected on-screen advertisement किसी virus infection का संकेत हो सकता है. ऐसे किसी भी pop-up ad पर क्लिक नही करना चाहिए. कई बार विज्ञापन में ही यह बताया जाता है कि आपके कंप्यूटर में वायरस मौजूद है. उसे हटाने के लिए यह antivirus download करे. लेकिन वास्तव में वह एक computer virus होता है.
Slow performance ― अक्सर यह कम RAM या less hard disk होने की वजह से भी होता है, परन्तु यदि आपके कंप्यूटर में पर्याप्त space मौजूद है, तो यह किसी computer virus की वजह से भी हो सकता है. अगर आपका PC शुरू होने में अधिक समय ले रहा है या किसी program के खुलने में ज्यादा load time लग रहा है, तो आपके कंप्यूटर में वायरस हो सकता है.
Error massage ― ब्राउज़र इस्तेमाल करने के दौरान यदि आपकी स्क्रीन पर error massage या warning alert आने लगे तो इसका कारण आपके कंप्यूटर में मौजूद virus भी हो सकता है. कई प्रकार के computer virus यदि आपके सिस्टम में मौजूद हो तो वह दूसरे कई वायरस के लिए रास्ते खोल देते है.
Security attacks ― यदि आप अपने किसी document या program को खोल नही पा रहे, तो इसका अर्थ हुआ कि आपका कंप्यूटर एक dangerous virus से संक्रमित हो चुका है. कुछ computer virus इसलिए design किये जाते है, ताकि वह किसी सिस्टम की security को तोड़ सके.
Missing or extra files ― वायरस आपके कंप्यूटर में फैलने के साथ खुद की या unwanted files की copies install करते रहता है. जिससे आपकी RAM या hard disk भरने लगती है. इसके साथ ही यह अप्रत्याशित रूप से files को computer से remove कर देते है. यदि आप अपने कंप्यूटर पर कुछ इस तरह की गड़बड़ देख रहे है, तो तुरंत virus scan करे.
Unnecessary emails ― यदि आपके मित्र को आपकी तरफ से emails या message प्राप्त होते है, जिसमे किसी attachment को खोलने या link पर क्लिक करने को कहा गया हो, तो इसका मतलब आपका कंप्यूटर virus infected है. जिस कारण वह आपके खाते से अन्य कंप्यूटरों में फैलने का प्रयास कर रहा है. इसके लिए तुरंत अपना password बदले.
System crashes ― अगर आपका computer system अचानक crash हो जाता है या अधिक hang करने लगता है, तो इसका कारण computer virus भी हो सकता है. वायरस आपकी हार्ड ड्राइव को नुकसान पँहुचाते है. यदि आपका कंप्यूटर ऐसी परिस्थिति झेल चुका है तो अपने कंप्यूटर में antivirus software जरूर चलाये.
कंप्यूटर में वायरस कहा से आता है
अब आप ये सोच रहे होंगे की हमारे कंप्यूटर में वायरस कहा से , कंप्यूटर या लेपटोप में वायरस आने के बहोत से तरीके है ये वायरस कही से भी आ सकता है किसी भी फाइल में आ सकते है , एक्सटर्नल डिवाइस से आ जाते है तो आइये जान लेते है की कंप्यूटर में वायरस कहा से आता है
Internet : कंप्यूटर या लैपटॉप में वायरस आने के चांसेस सबसे ज्यादा इन्टरनेट से है जब भी हम किसी भी तराह की फाइल को इन्टरनेट से डाउनलोड करते है तो ऐसे में उन फाइल्स के साथ वायरस भी आ जाता है और हमे पता ही नहीं चलता
External Device : अकसर हम अपने लैपटॉप या फिर कंप्यूटर में अपने दोस्तों से या रिश्तेदारों से कुछ फाइल्स लेते है और हम उन फाइल्स को अपने कंप्यूटर या लैपटॉप में दाल देते है तो ऐसे में हमारे कंप्यूटर में वायरस आने की सम्भावना बढ़ जाती है
Crack Software : बहोत से लोग इन्टरनेट से क्रैक सॉफ्टवेर को डाउनलोड कर के अपने कंप्यूटर में इनस्टॉल करते है तो ऐसे में क्रैक सॉफ्टवेर में वायरस होने के बहोत ज्यादा चांसेस होते है
अपने लैपटॉप या फिर किसी भी तरह के डिवाइस से वायरस को डिलीट करने के लिए वैसे तो आपको इन्टरनेट में बहोत से एंटीवायरस (Anti-Virus) सॉफ्टवेर मिल जायेंगे जो ये वादा करती है की आपके कंप्यूटर से वायरस को 100% डिलीट कर देंगे लेकिन कुछ ऐसे वायरस होते है जो बहोत से एंटीवायरस पहचान नहीं पाते
लेकिन में आपको एक ऐसे सॉफ्टवेर के बारे में बताऊंगा जो की किसी भी तरह के वायरस के पहचान लेते है और आपके कंप्यूटर या लैपटॉप डिवाइस से यूज़ वायरस को पूरी तरह डिलीट है जी हा इस सॉफ्टवेर का नाम है MalwareBytes – Anti-Malware , वैसे तो ये सॉफ्टवेर paid है लेकिन इस सॉफ्टवेर में आपको इसका प्रीमियम वर्शन 14 दिन के लिए फ्री मिलता है जिसे यूज़ कर के आप अपने सिस्टम से computer virus remove कर सकते है तो आइये अब जान लेते है की आप इस सॉफ्टवेर की मदद से कैसे आप अपने कंप्यूटर वायरस को रिमूव कर सकते है
वायरस के प्रकार
Computer virus एक प्रकार का malware होता है जो की अगर computer के memory में घुस गया तब ये खुद को अपने आप multiply कर सकता है और programs, applications को बदल भी सकता है.
यहाँ computer infect होते हैं जब ये malicious code खुदबखुद replicate होते रहते हैं. यहाँ पर में आप लोगों को इन Computer Viruses के Types के विषय में जानकारी प्रदान करने वाला हूँ.
Boot Sector Virus
इस प्रकार के virus master boot record को infect करते हैं और इन्हें निकाल पाना बहुत ही मुस्किल कार्य होता है और अक्सर इन्हें निकालने में System को Format करना पड़ता है. ये मुख्य रूप से removable media के द्वारा फैलते हैं.
Direct Action Virus
इन्हें non-resident virus भी कहा जाता है, एक बार ये install हो जाने पर ये computer memory में hidden होकर रहता है. ये उन specific type के files के साथ attach होकर रहता है जिन्हें की ये infect करता है. ये user experience और system’s performance को infect नहीं करते हैं.
Resident Virus
Direct action viruses, के तरह ही resident viruses भी computer में install हो जाते हैं. इसके अलावा इन्हें identify करना भी उतना ही मुस्किल काम होता है.
Overwrite Virus
इस प्रकार के virus सभी files को delete कर देते हैं जिन्हें ये infect करते हैं. इन virus को system से निकालने के लिए user को सभी infected files को delete करना पड़ता है जिससे data loss होता है.
इन virus को पहचानना बहुत ही मुस्किल बात है क्यूंकि ये emails के माध्यम से spread होते हैं.
Spacefiller Virus – इन्हें “Cavity Viruses” भी कहा जाता है. इन्हें यह नाम इसलिए दिया गया है क्यूंकि ये code में स्तिथ सभी spaces को भर देती है इसलिए ये files को नुकशान नहीं पहुंचाती है.
File infectors Virus
कुछ file infector viruses program files के साथ attach होकर आते हैं, जैसे की .com or .exe files. कुछ file infector viruses .sys, .ovl, .prg, and .mnu वाले files को भी infect करते हैं.
ठीक वैसे ही जब कोई particular program भी load होता है वहीँ virus भी अपने आप load हो जाता है. ये virus email के साथ users के computer में आ जाते हैं.
Macro viruses
जैसे की नाम में suggest है ये macro viruses मुख्य रूप से macro language commands को ही target करता है जैसे कुछ applications में जैसे Microsoft Word.
इन macro viruses को कुछ इसप्रकार से designed किया गया है जिससे की ये अपने malicious code को आसानी से genuine macro sequences में add कर देता है.
Overwrite Viruses
ये virus को कुछ ऐसा design किया गया है जिससे की ये खुद को overwrite कर किसी भी file या application data को destroy कर सकता है. ये एक बार attack start करने पर खुद के code को overwrite करने लगता है.
Polymorphic Viruses
इस प्रकार के virus का इस्तमाल ज्यादा cybercriminals किया करते हैं. ये एक ऐसा प्रकार का malware type जो की आसानी से अपनी underlying code को change या mutate कर सकता है और तो और बिना किसी basic functions या features को बदले.
इससे ये किस anti-malware के चपेट में भी नहीं आता है. जब भी कोई anti malware इसे detect करता है तब ये खुद को modify कर देता है जिससे इसे पकड़ पाना बहुत ही मुस्किल हो जाता है.
Resident Viruses
ये virus खुद को computer के memory में implant कर देता है. Basically, infection के लिए original virus program की कोई जरुरत ही नहीं होती है किसी files या program को infect करने के लिए. अगर कभी original virus को delete भी कर देते हैं तब भी इसका एक version memory में store हुआ होता है जो की खुद्बद्खुद activate हो जाता है.
ऐसा तब होता है जब computer OS कुछ applications या functions को load करते हैं. चूँकि ये system के RAM में hidden होता है इसलिए इसे अक्सर कोई भी antivirus या antimalware detect नहीं कर पाते हैं.
Rootkit Viruses
ये rootkit virus एक प्रकार का malware type होता है जो की secretly एक illegal rootkit को install कर देता है infected system में. इससे ये एक दरवाजा खोल देता है attackers के लिए जो की उन्हें system के ऊपर full control प्रदान करते हैं.
इससे attacker बड़ी आसानी से fundamentally किसी program या function को modify या disable कर सकते हैं. ये rootkit virus बड़े आसानी से antivirus software को bypass कर सकते हैं. इन्हें पकड़ने के लिए Rootkit scanner की जरुरत होती है.
System या Boot-record Infectors Viruses
ये Boot-record Infectors executable code को infect करते हैं जिन्हें की disk के specific system areas में पाया जाता है. जैसे की नाम से पता चलता है ये USB thumb drives और DOS boot sector में ज्यादा infect करते हैं.
ये Boot viruses को आजकल ज्यादा देखने को नहीं मिलता है क्यूंकि अभी के system ज्यादा physical storage media पर निर्भर नहीं करते हैं.
What is Worms in Hindi
Worms भी virus की तरह ही होते हैं लेकिन ये अपने आपको multiply करते हैं और अपने आपको ज्यादा से ज्यादा फ़ैलाने की कोशिश करते हैं. जिसका मतलब है की अगर आपके system में worms आ गया तो वो अलग files की बहुत सारे copies बनाना शुरू कर देते हैं जिसके वजह से system slow हो जाता है.
अगर उसी files को हम कॉपी कर दुसरे computer के साथ share करते हैं तो worms वहां भी जाकर files की बहुत सारी copies बनाकर उस computer को भी slow कर देगा.
What is Trojan Horse in Hindi
Trojan Horse एक बहुत ही dangerous malware है. ये malware आपके computer में अपनी पहचान छुपा कर आते हैं.
जैसे मान लीजिये आप internet का इस्तेमाल कर रहे हो और आप किसी site पर visit किये हो वहां आपको कोई add दिखा जैसे की “click here to win smartphone” और आप उस पर click कर दिए तो trojan horse malware आपके computer में उसके जरिये ही आ जायेगा और आपको इसकी खबर भी नहीं होगी और आपका system पूरी तरह से ख़राब कर देगा.
ये बहुत सारे software के रूप में भी internet पर मौजूद रहते हैं आपको लगेगा की वो genuine software है मगर असल में वो एक trojan रहता है जो उस software के अन्दर छुपा हुआ रहता है और एक बार ये आपके computer में आ गए तो ये आपके computer को slow करना शुरू कर देते हैं. उसके साथ ही वो एक दरवाजा खोल देते जिससे और भी तरह तरह के virus और worms आपके computer में आ जाते हैं.
Computer Virus कुछ बाते
1, जब आप का कंप्यूटर down हो रहा है : कंप्यूटर बहुत down हो गया है और किसी भी software को खोलने में बहुत ज्यादा समय ले रहा है, तो इसका मतलब है कि Computer memory और CPU या Spyware की Processing में व्यस्त है। ऐसे में Computer start होने और Internet Explorer पर web page खुलने में देर लगती है।
2, Browser Settings में Changes: आपका Browser homepage automatic रूप से बदल गया है, इसलिए यह बहुत संभावना है कि आपके Computer में एक Spyware हमला हुआ है।
3, कंप्यूटर का हेंग होना : जब आप का Computer बार-बार हैंग होता है, या अचानक हेंग होने लगा है, तो समझ जाएं कि यह Virus के कारण हो सकता है। खासकर तब, जब आपने Computer में कोई नया Software or hardware भी Install न किया हो।
4, Pop-up Windows : Internet browser को चालू करते ही उसमें बार – बार Pop-up Windows दिखती है और वे खुलने लगती हैं, उनसे भी कंप्यूटर के अंदर Virus आदत है
5,जब अजीब से आइकन बनने लगें: आपके कंप्यूटर पर अजीब तरह के icon आ गए हों, जबकि आपने ऐसा कोई software भी install नहीं किया है। तो समझो को आप के कंप्यूटर में Virus आरहा है
6, अनजाने folder और fille : आपके computr की किसी drive या disktop पर कुछ ऐसे folder दिखाई देते हैं जिन्हें आपने नहीं बनाया। उनके अंदर कुछ ऐसी fille भी हैं, जिन्हें न तो आपने बनाया और न ही वे किसी software के install से बनीं। तो समझो को आप के computer में Virus आरहा है
How to remove virus from (computer वायरस कैसे निकाले)
कंप्यूटर वायरस को निकल ने के लिए आप को सबसे पहले वायरस को scan करना होगा. इसे आप पता चल जायेगा आपके कंप्यूटर में कितना वायरस है. एक वायरस स्कैन से काम नही चलेगा.
आपको किसी बेहतर Antivirus software का इस्तेमाल करना होगा. यदि आप किसी free antivirus को install कर उसका इस्तेमाल अपने PC में करते है, तो यह उसकी performance और security को बेहतर करने के बजाए और खराब कर सकता है.
इसलिए में आपको किसी Paid Antivirus का इस्तेमाल करने की सलाह दूंगा
जैसे 10 Paid Antivirus list
- Quick Heal
- Kaspersky internet security
- BitDefender
- Norton
- McAfee
- Avast
- Guardian total security
- Avg antivirus
- K7 antivirus
- Avira
2,अनजानी website से third party application download न करे,
3, computer को up to date रखे.
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