CMOS Kya Hain aur Kaise kam karta hain | What is CMOS and How does it Work ?

CMOS क्या है और कैसे काम करता है?

CMOS क्या है ?

CMOS का Full Form होता है “Complementary Metal Oxide Semiconductor”. CMOS technology एक बहुत ही popular technology है computer chip design industry में और इसे broadly इस्तमाल किया जाता है आज के समय में Integrated Circuits के रूप में. बहुत से applications में. अभी के समय की computer memories, CPUs और cell phones में इस technology का इस्तमाल होता है इसके बहुत से advantages होने के कारण. इस technology में semiconductor devices के दोनों P channel और N channel का इस्तमाल होता है.

अभी के समय की एक बहुत ही popular MOSFET technologies available है वो होती है Complementary MOS या CMOS technology. यह एक dominant semiconductor technology होती है microprocessors, microcontroller chips, memories जैसे की RAM, ROM, EEPROM और application specific integrated circuits (ASICs) की.

CMOS की जो मुख्य advantage होती है NMOS और BIPOLAR Technology की तुलना वो होती है इसकी smaller power dissipation. NMOS और BIPOLAR circuits के विपरीत एक Complementary MOS circuit में almost कोई भी static power dissipation नहीं पाई जाती है. Power केवल तभी dissipate होता है जब circuit actually switch करता है. इसके फलस्वरूप होता ये हैं की एक IC में ज्यादा मात्रा की CMOS gates को integrate किया जा सकता है NMOS और Bipolar Technology की तुलना में जिससे ज्यादा बेहतर performance प्रदान की जा सकती है. Complementary Metal Oxide Semiconductor transistor में दो प्रकार के MOS circuit होता हैं P-channel MOS (PMOS) और N-channel MOS (NMOS). चलिए इन दोनों प्रकारों के विषय में जानते हैं.

NMOS क्या है

NMOS को built किया जाता है एक p-type substrate में जिसमें n-type source और drain diffused किया जाता है. NMOS में, majority carriers electrons होते हैं. जब एक high voltage apply किया जाता है gate में तब NMOS conduct करने लगता है. ठीक वैसे ही जब एक low voltage apply किया जाता है gate में, तब NMOS conduct करने लगता है. NMOS को ज्यादा fast consider किया जाता है PMOS की तुलना में, चूँकि NMOS की carriers होते हैं electrons, और ये दुगना speed गति से travel करते हैं Holes की तुलना में.

PMOS क्या है

P- channel MOSFET में P-type Source होते हैं और Drain diffused होते हैं N-type substrate में. इसमें Majority carriers होते हैं holes. जब एक high voltage को apply किया जाता है gate में, तब PMOS conduct करने लगता है. वहीँ जब एक low voltage apply किया जाता है gate में, तब PMOS conduct करने लगता है. वैसे ये PMOS devices ज्यादा immune होते हैं noise को लेकर NMOS devices की तुलना में.

CMOS की खोज सबसे पहले किसने की थी?

सन 1963 में, Frank Wanlass ने सबसे पहले CMOS की खोज की थी. उन्होंने इसके ऊपर एक patent भी बना लिया जब वो Fairchild Semiconductor में कुछ experiment कर रहे थे.

Computer में CMOS का मतलब क्या है?

CMOS (complementary metal-oxide-semiconductor) ये techinal term usually उस छोटे amount की memory को refer किया जाता है एक computer motherboard में जो की BIOS settings को store करते हैं. कुछ BIOS settings की बात करूं तब इसमें आते हैं system time और date, साथ ही hardware settings.

आपने बहुत बार Clearing CMOS जैसे terms को सुना होगा, लेकिन आपको ये समझ में नहीं आया होगा, तब इसका मतलब होता है BIOS settings को reset करना इसके default levels में. ये बहुत ही आसान काम होता है लेकिन इससे computer के बहुत ही problems ठीक हो जाते हैं.

CMOS के अलग नाम क्या है?

CMOS को बहुत से नाम से refer किया जाता है जैसे की Real-Time Clock (RTC), CMOS RAM, Non-Volatile RAM (NVRAM), Non-Volatile BIOS memory, और complementary-symmetry metal-oxide-semiconductor (COS-MOS). सभी का एक ही मतलब होता है जो की CMOS.

BIOS और CMOS एक साथ कैसे काम करते है

ये BIOS भी एक computer chip ही होता है motherboard के ऊपर जैसे की CMOS , वहीँ इसका काम थोडा अलग होता है जो की है communicate करना processor और दुसरे hardware components जैसे की hard drive, USB ports, sound card, video card, और दुसरे hardwares के साथ. वहीँ एक computer बिना एक BIOS के ये समझ ही नहीं सकती है की कैसे Computer के ये pieces एकसाथ काम करेंगे.

CMOS भी एक computer chip होता है motherboard में, या इसे हम ज्यादा specifically एक RAM chip भी कह सकते हैं, जिसका मतलब है की ये normally अपने settings को खो सकता है जो की ये store किये हुए होता है जब computer shut down होने लगता है. लेकिन ये CMOS battery का इस्तमाल chip को constant power प्रदान करने के लिए होता है.
जब computer पहली बार boots up होता है, तब BIOS जरुरत के सभी information को pull करता है CMOS chip से, ताकि वो सभी hardware settings, time, और अलग settings को समझ सके और उसके accordingly काम कर सके.

Other Names For CMOS

CMOS को वैकल्पिक रूप से एक Real-Time Clock (RTC), Non-Volatile RAM (NVRAM) या  CMOS RAM भी कहां जाता हैं। CMOS यह Complementary Metal-Oxide Semiconductor का शॉर्ट फॉर्म हैं।

CMOS Battery Life

CMOS बैटरी की लाइफ कितनी होती है?

CMOS बैटरी की स्‍टैंडर्ड लाइफ लगभग 10 साल होती है। हालांकि, यह यूज और एनवारमेंट के आधार पर भिन्न हो सकती है जिसमें कंप्यूटर रहता है।

Why CMOS Battery is Important?

क्यों CMOS बैटरी महत्वपूर्ण है?

कंप्यूटर पर CMOS को पॉवर देने के लिए प्रत्येक कंप्यूटर के मदरबोर्ड पर एक छोटी बैटरी होती है।

कंप्यूटर पूरी तरह से ऑफ होने पर भी यह CMOS बैटरी CMOS चिप को पॉवर प्रदान करती हैं, ताकि वह डेटा को होल्‍ड कर सकें।

CMOS चिप में आपके कंप्यूटर के डिस्‍क ड्राइव, डेट और टाइम आदि को स्‍टोर करता हैं, इसलिए CMOS कभी फेल नहीं होनी चाहिए।

What Happen When CMOS Battery Fails?

क्या होता है जब CMOS बैटरी फेल हो जाती है?

यदि CMOS बैटरी फेल हो जाती है, तो हर बार जब आप अपने कंप्यूटर को ऑन करते हैं, तो BIOS सेटिंग्स रीसेट हो जाएंगी और आपको अपने BIOS को दोबारा सेट करना होगा।

आपका कंप्यूटर काम तो करेगा लेकिन आपके BIOS में सब कुछ, जैसे बूट सीक्वेंस, और डेट और टाइम और अन्य फ़ंक्शन रीसेट हो जाएंगे।

How Would I Know If My CMOS Battery Is Failing?

मुझे कैसे पता चलेगा कि CMOS बैटरी फेल हुई है?

यदि CMOS बैटरी फेल होती है, तो कंप्यूटर बंद होने के बाद उसे सही डेट और टाइम याद नहीं रहाता। उदाहरण के लिए, जब आप अपने कंप्‍यूटर को ऑन करते है, तब आपके कंप्यूटर का डेट और टाइम काफी पूराना होगा।

What is the difference between BIOS and CMOS?

BIOS और CMOS के बीच क्या अंतर है?

टर्म BIOS और CMOS दोनों आपके कंप्यूटर के मदरबोर्ड के आवश्यक पार्ट को रेफर करते हैं।

BIOS:

BIOS, या “Basic Input/Output System”, आपके कंप्यूटर के मदरबोर्ड पर चिप में स्‍टोर विशेष फर्मवेयर है। यह पहला प्रोग्राम है जो हर बार आपके कंप्यूटर को रन करता है।

BIOS, POST को परफॉर्म करता है, जो आपके कंप्यूटर के हार्डवेयर को इनिशलाइज़ और टेस्‍ट करता है। फिर यह आपके बूट लोडर को ढूँढता है और रन करता है, या आपके ऑपरेटिंग सिस्टम को सीधे लोड करता है।

CMOS का उपयोग क्या है? (What is the Use of CMOS)

सीएमओंएस का सेटअप आपके कंप्यूटर लैपटॉप की मूल सेटिंग सेट करने में सक्षम बनाती है जैसे की समय दिनाक और भी कई प्रकार की सेटिंग कर सकते है

  1. Time :- सिस्टम समय को सेट करता है यानिकी आपका कंप्यूटर लैपटॉप सिस्टम के द्वारा सेट होवा होता है ओटोमेटिक
  2. Date :- सिस्टम दिनाक को सेट करता है यानिकी आपका कंप्यूटर लैपटॉप सिस्टम के द्वारा दिनाक से सेट करता है |
  3. SATA1 :- जो की SATA प्राथमिक चैनल को कॉन्फ़िगर करता है |
  4. SATA2 :- कनेक्टेड डिवाइस को दुसरे SATA चैनलो को कॉन्फ़िगर करता है
  5. System Information :- हार्डवेयर के बारे में सभी जानकारी प्रदान करता है जो की ये सिस्टम की पूरी मेमोरी को भी दिखाता है
  6. E SATA1 :- कनेक्टेड डिवाइस को बाहरी प्राथमिक SATA चैनल को कॉन्फ़िगर करता है

CMOS के अलग अलग नाम क्या है?

सीएमओंएस को बहूत नामो से जाना जाता है जैसे की CMOS RAM, Real Time Clock (RTC), Non Volatile RAM (NVRAM), Non Volatile BIOS Memory, और Complementary Metal Oxide Semiconductor और इस सभी का मतलब के ही होता है CMOS

सीएमओंएस Application क्या है?

पूरक रूप से MOS या CMOS की Processes को बहूत ही व्यापक रूप से लागो किया गया है और साथ में ये NMOS और Bipolar प्रकिरिया को बदल दिया है डिजिटल लॉजिक एप्लीकेशन से बदल दिया गया है ओए CMOS तकनीक को निचे की तरफ दर्शाया गया है

  1. Micorprocessor Designs
  2. Computer Memory
  3. CPUs में
  4. Flash Memory Chip Designing में
  5. Application Specific Integrated Circuits (ASICs)

CMOS के Advantage क्या है

  1. CMOS कम पॉवर पर कार्य करता है.
  2. Circuit की Complexity को कम करती है.
  3. इसमे Low Static Power Consumption होती है.
  4. इसकी ज्यादा Noise immunity होती है.
  5. इस चिप में High Density of Logic Functions प्रदान करती है.

उम्मीद है की ये पूरी जानकारी CMOS के बारे में आपको अच्छी लगी है इस लेख में आपको जानने को मिला है की CMOS क्या है What is CMOS in Hindi और CMOS Battery कैसे कार्य करती है और भी तरह तरह की जानकारी आपको इस लेख में जानने को मिला है अगर आपके मन में कुछ सवाल रह गये है तो उन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए उन सभी सवालों को कमेंट के माध्यम से भेज दीजिए और इस लेख को पढने के लिए धन्यवाद

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